
टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में बीते दिनों समिति प्रबंधक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। नाराज परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाया है। साथ ही कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर सामाजिक स्तर पर कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। मामले में एसपी रोहित काशवानी ने एसआईटी की टीम गठित कर जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, 2 जून को सहकारी समिति प्रबंधक स्वामी प्रसाद सेन संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उन पर गेहूं खरीदी में गड़बड़ी का आरोप था। गड़बड़ी की जांच को लेकर कलेक्टर ने उपायुक्त सहकारिता विभाग टीकमगढ़ की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक 5 सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी।
2 जून को समिति की जांच करने ककरवाहा गांव पहुंची थी। जहां जांच के बाद टीम समिति प्रबंधक को अपनी गाड़ी में बैठाकर टीकमगढ़ ले जा रहे थे। रास्ते में समिति प्रबंधक की अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।