
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने एक इंटरव्यू में कहा है, “पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए…और अमेरिका आने पर आसिम मुनीर को सम्मानित नहीं, गिरफ्तार किया जाना चाहिए।” रुबिन ने आगे कहा, “पिछले एक साल में हमने भारत के साथ जैसा बर्ताव किया है। उसके लिए अमेरिका को खुलकर माफी मांगनी चाहिए।” पाकिस्तान और आसिम मुनीर को लेकर अमेरिका के एक शीर्ष पूर्व अधिकारी का बड़ा बयान सामने आया है।
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने एक इंटरव्यू में कहा है, “पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए…और अमेरिका आने पर आसिम मुनीर को सम्मानित नहीं, गिरफ्तार किया जाना चाहिए।” पेंटागन के पूर्व अधिकारी रुबिन ने कहा, अमेरिका के लिए पाकिस्तान को गले लगाने का कोई रणनीतिक लॉजिक नहीं है। रुबिन ने आगे कहा, जिस तरह ट्रंप ने भारत और रूस को करीब लाया है उन्हें नोबल दिया जाना चाहिए।
अमेरिका आने पर आसिम मुनीर को किया जाए गिरफ्तार
रुबिन ने कहा, इसे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए। अगर आसिम मुनीर अमेरिका आते हैं तो उन्हें सम्मानित करने के बजाय गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हमें पर्दे के पीछे शांत डिप्लोमेसी की जरूरत है।
ट्रंप को भारत से मांगनी चाहिए माफी
पेंटागन के पूर्व अधिकारी न कहा, पिछले एक साल में हमने भारत के साथ जैसा बर्ताव किया है। उसके लिए अमेरिका को खुलकर माफी मांगनी चाहिए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को माफी मांगना पसंद नहीं है, लेकिन अमेरिका के लोकतंत्रों का हित एक आदमी के अहंकार से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो’।
ट्रंप पर तंज कसते हुए नोबेल पुरस्कार दिए जाने की मांग की
रुबिन ने भारत और रूस के रिश्तों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखी है। उन्होंने आगे कहा, ‘रूस के नजरिए से, यह दौरा बहुत पॉजिटिव है। भारत ने व्लादिमीर पुतिन को ऐसे सम्मान दिए हैं जो उन्हें दुनिया में कहीं और मुश्किल से मिलेंगे। रुबिन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर कहा, ‘जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस को एक साथ लाया, उसके लिए वह नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं।’
दोनों देशों के बीच हुए कितने एग्रीमेंट (MoUs) सच में पूरे होंगे? अभी जो फैसले लिए जा रहे हैं, उनमें से कितने सच में हितों के मेल की वजह से लिए जा रहे हैं? कितने फैसले इस वजह से लिए जा रहे हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत के साथ बड़े तौर पर कैसा बर्ताव किया है, उसके प्रति दुश्मनी है?’
