
कांकेर। राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर स्थित एक ढाबे में कांकेर जिला जेल के एक प्रहरी की दबंगई का मामला सामने आया है। मामूली कहासुनी के बाद जेल प्रहरी ने ढाबा कर्मचारी की सरेआम जमकर पिटाई कर दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तीन से चार लोग मिलकर कर्मचारी को जमीन पर पटकते और लात-घूंसों से मारते हुए नजर आ रहे हैं।
चप्पल पहनकर काउंटर में घुसने पर शुरू हुआ विवाद
मिली जानकारी के अनुसार, करीब एक सप्ताह पहले कांकेर जेल के कुछ प्रहरी खाना खाने के लिए राजमार्ग-30 स्थित एक ढाबे पर पहुंचे थे। ढाबा कर्मचारी ने उनमें से एक प्रहरी को काउंटर के अंदर चप्पल पहनकर जाने से रोका। इस बात से नाराज होकर प्रहरी वहां से चला गया। कुछ देर बाद दूसरा प्रहरी पहुंचा और उसने ढाबा के वेटर को जबरन बाहर निकालना शुरू कर दिया।
इस बीच काउंटर पर बैठा कर्मचारी जब किचन की ओर गया, तभी पहला प्रहरी वापस आया और काउंटर में जाकर बैठ गया। कर्मचारी ने एक बार फिर कहा कि कृपया चप्पल उतार दें। बस, इसी बात पर जेल प्रहरी आगबबूला हो गया। उसने अचानक कर्मचारी को खींचा और जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद उसने और उसके साथियों ने मिलकर कर्मचारी को जमीन पर गिरा दिया और बेरहमी से लात-घूंसों से पिटाई कर दी।
घटना 21-22 अक्टूबर की रात की बताई जा रही है
जानकारी के मुताबिक यह घटना 21 और 22 अक्टूबर की दरमियानी रात की है। उस वक्त ढाबे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया। जिसका वीडियों अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों में आक्रोश है कि एक सरकारी कर्मचारी इस तरह आम नागरिक के साथ मारपीट कर रहा है।
पुलिस को अब तक शिकायत नहीं मिली
इस मामले में जब कांकेर थाना के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र मानिकपुरी से बात की गई तो उन्होंने बताया, “21 और 22 अक्टूबर से अब तक इस घटना से संबंधित कोई शिकायत हमारे पास नहीं आई है। इसलिए फिलहाल हमारे पास इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।”
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि ढाबा कर्मचारी डर के कारण अब तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करा पाया है। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और प्रशासन से आरोपी जेल प्रहरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
