रक्षाबंधन पर 3009 बंदियों को राखी बांधने पहुंचेंगी 6000 बहनें, मिठाई में सिर्फ एक निर्धारित विकल्प की अनुमति

रायपुर/ बिलासपुर. भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व राखी में पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्रीय जेल में निरूध्द बंदियों के कलाई पर बहने राखी बांधेगी. मुख्यालय जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा रक्षाबंधन को देखते हुए गाइडलाइन जारी हुए है. जिसके मद्देनजर ही राखी पर इंतजाम जेल प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय जेल में तैयारी चल रही है.

वही सुरक्षा को देखते हुए कड़े इंतजाम किए जा रहे है. जेल प्रशासन परिसर के बाहर और अंदर टेंट व बेरीकेड्स लगा रहा है. ताकि रक्षाबंधन पर आने वाले बहनों को परेशानी ना हो. साथ ही व्यवस्था भी संभाल सकें. केंद्रीय जेल में राखी का पर्व विशेष महत्व रखता है. इस दिन जेल में सजा काट रहे बंदियों को उनकी बहनें दूरदराज से राखी लेकर आती है. और भाइयों को राखी की डोर बांधते ही उनकी आंखों से आसू छलक उठते है. केंद्रीय जेल में वर्तमान में 3009 बंदी है. जिन्हें राखी बांधने 6 हजार से अधिक बहने आएंगी. जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. जेल प्रशासन ने वन विभाग से बांस-बल्ली बेरिकेड्स व टेंट के लिए मांग की है. वहीं राखी पर इस बार बहने राखी के अलावा सिर्फ 200 ग्राम सूखी सोनपापड़ी ही जेल परिसर पर ले जा सकेगी. बाकि चीजों को अंदर ले जाना प्रतिबंधित है. जेल के अंदर मेडिकल टीम व फॉर्मेसी की टीम भी रहेंगी मौजूद.

सुरक्षा के लिए 100 अतिरिक्त जवान

केंद्रीय जेल में राखी के लिए अतिरिक्त बल की मांग जेल प्रबंधन ने की है. जिसमें पुलिस प्रशासन से 30 महिला एवं पुरूश जवानों की मांग की है. इसके अलावा होमगार्ड से 20-20 महिला व पुरूश जवान मांगे गए है. और जेल का स्टाफ अलग से रहेगा. इन वस्तुओं को ले जाना प्रतिबंधितः केंद्रीय जेल में सुरक्षा के मद्देनजर रक्षाबंधन पर्व पर कई चीजों को जेल के अंदर ले जाना प्रतिबंधित है. जिसमें रूपए, मोबाइल, इलेक्टानिक सामान सहित अन्य ज्वलनशील सामान ले जाना मना है. जेल में सिर्फ 200 ग्राम सूखी सोनपापड़ी और राखी ही बहने अपने साथ ले जा सकती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *