०० भाजपा नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की
०० कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, यह सब भाजपा का ही किया-धरा
रायपुर| खैरागढ़ विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के बीच धार्मिक भावना आहत होने का बखेड़ा खड़ा हो गया है। नववर्ष के लिए लगाए केसरिया रंग के झंडों को हटाने से भाजपा भड़की हुई है। पार्टी इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में है। भाजपा नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है। इधर, कांग्रेस का कहना है कि यह सब भाजपा का ही किया धरा है।
छुईखदान में भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रेमनारायण चंद्राकर के साथ स्थानीय नेताओं ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन राज्य निर्वाचन आयुक्त को संबोधित है। इसमें कहा गया, 2 अप्रैल को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा थी जाे हिंदू नववर्ष का दिन है। हिंदू धर्म में उस दिन भगवा ध्वज लगाने की परंपरा है। छुईखदान में भी सभी जगह भगवा ध्वज लगाया गया था। जिसे कुछ लोग उतारने लगे थे। पूछने पर बताया गया कि नगर पंचायत के सीएमओ के कहने पर उतारा जा रहा है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी कांग्रेस के दबाव में प्रशासनिक तंत्र ने ध्वज को उतरवाकर सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाया है, ताकि मान्यता विशेष के लोगों के मनोबल को तोड़ा जा सके। भाजपा नेताओं ने सरकार के दबाव में काम कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है। खैरागढ़ में विधानसभा की खाली हुई सीट के लिए 12 अप्रैल को मतदान होना है।
कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया :- प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने इसके लिए भाजपा पर ही आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, उनकी जानकारी में डॉ. रमन सिंह, ओपी चौधरी और अभिषेक सिंह जैसे नेता पढ़े-लिखे हैं। उनको इतनी समझ होनी चाहिए कि चुनाव के समय पूरी प्रशासनिक मशीनरी भारत निर्वाचन आयोग के नियंत्रण में काम करती है। निर्वाचन आयोग के दिल्ली से भेजे गए ऑब्जर्वर ने ही उन झंडों पर आपत्ति की थी। उन्होंने सीएमओ से उसे हटाने के लिए कहा। हटाया गया तो वीडियो बनाकर भाजपा धार्मिक भावनाएं आहत होने का ड्रामा कर रही है। यह सब भाजपा का ही किया-धरा है।