12 गांवों के 291 ग्रामीणों को मिला मुख्यमंत्री के हाथों वन अधिकार मान्यता प्रमाण पत्र
किसानों को पावर स्प्रेयर और तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि का भुगतान
रायपुर| छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्थित राज्य के दक्षिणतम क्षेत्र कोण्टा के स्थानीय ग्रामीणों के लिए आज का दिन कई सौगात लेकर आया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोण्टा विधानसभा अंतर्गत कोण्टा नगर पंचायत में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में हितग्राहियों को वन अधिकार मान्यता प्रमाण पत्र वितरित किया।
मुख्यमंत्री ने एर्राबोर के 187, दुब्बाटोटा के 25, वंजामुगड़ा के 19, फंदीगुड़ा के 14, एकलगुड़ा के 12, जगवारम के 9, पेदाकिसोली के 7, ओडिनगुड़ा के 1, बर्रेमोगा 4, मेटागुड़ा के 2, बुरगुड़ा 3 एवं आसीरगुड़ा के 8 कुल 291 हितग्राहियों को वन अधिकार मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री के हाथों प्रमाण पत्र पाकर सुदूर अंचल कोण्टा के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्थानीय विधायक तथा उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा को धन्यवाद दिया।
कृषि कार्य के लिए पावर स्प्रेयर :- भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ही मुख्यमंत्री ने ढोण्ढरा, कोण्टा, पेण्टा, नागलगुण्डा, पेदाकुरती, मुलाकिसोली, एर्राबोर, दुब्बाटोटा के कुल 10 किसानों को पावर स्प्रेयर वितरित किया।
तेन्दूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि का भुगतान :- कोण्टा में भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने एर्राबोर, बर्रेमोगा, ओडिनगुड़ा और मरईगुड़ा वन के कुल 20 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 3 लाख 40 हजार 460 रुपए के तेन्दूपत्ता संग्रहण राशि वितरित किया।