मोदी सरकार द्वारा कोरोना बूस्टर डोज के लिये 600 वसूलना जनता से धोखा : मोहन मरकाम

रायपुर। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना के बूस्टर डोज लगवाने पर 600 रू. की राशि वसूलने का केंद्र का निर्णय जनविरोधी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एक बार फिर अपने दायित्व से भाग रही है। देश के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने केंद्र सरकार का कर्तव्य है। कोरोना तो वैश्विक महामारी है ऐसे में उससे निपटने के लिये हर नागरिक का मुफ्त टीकाकरण करवाना केंद्र सरकार की प्राथमिकता में होना चाहिये। मुफ्त टीका भारत के हर नागरिक का अधिकार है। मोदी सरकार कोरोना के बूस्टर डोज के टीके के लिये पैसे वसूल कर एक बार फिर से देश के नागरिकों के साथ धोखा कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था व्यापार मेरे खून में है। अब देश के नागरिकों की स्वास्थ्य और सुरक्षा में भी व्यापार कर रहे हैं। इसके पहले भी जब कोरोना टीका लगाने की शुरुआत हुई थी तब भी मोदी सरकार ने इसके लिये राज्यों से टीके की कीमत वसूलने का निर्णय लिया था। यहीं नहीं केंद्र सरकार जो टीके 150 रू. में खरीद रही थी उसी टीके के लिये राज्यों से 400 रू. और 600 रू. वसूला गया था।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आजादी के बाद से ही देश की सभी केंद्र सरकारों ने जनता के लिये मुफ्त टीके की व्यवस्था करना अपना कर्तव्य समझ कर अनेकों बीमारियों खसरा, चेचक, टीवी, पोलिया जैसी घातक बीमारियों का मुफ्त टीकाकरण करवाया, किसी भी सरकार ने जनता को दिये जाने वाले टीके को व्यापार नहीं समझा और न ही बोझ समझा। मोदी सरकार कोरोना के टीके में देश की जनता को बार-बार यह जताने प्रयास किया है कि वह टीका लगवा कर जनता पर अहसान कर रही है जबकि यह टीका भी जनता के द्वारा दिये गये टैक्स से आता है।

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