राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव : मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने स्टालों का किया निरीक्षण

जनजातीय व्यंजनों का लिया स्वाद, तुरही बजा कर आदिवासी शिल्पकारों को किया प्रोत्साहित

रायपुर| छत्तीसगढ़ सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव परिसर में लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने जनजातीय व्यंजनों के स्टाल में तीखुर की बर्फी का स्वाद चखा और आदिवासियों के परंपरागत वाद्य यंत्र तुरही बजाकर शिल्पकारों को प्रोत्साहित किया। मंत्री डॉ. टेकाम ने तुरही यंत्र को खरीद कर शिल्पकारों के व्यवसाय और बाजार की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली।
डॉ. टेकाम को आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के स्टाल में नेचुरल शुगर फ्री स्टीविया (मीठी तुलसी) का पौधा भेंट किया गया। उन्होंने बड़ी विनम्रता से भेंट स्वीकार कर शुभकामनाएं दी। तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव परिसर में आदिवासी शिल्पकारों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें कोसा वस्त्र, काष्ठशिल्प, बांस शिल्प, जनजातीय व्यंजन, परंपरागत आभूषण आदि के स्टॉल लगाए गए हैं। बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शनी का अवलोकन कर आदिवासी शिल्प की सराहना कर रहे हैं।

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