०० जमानत नहीं बचा सके जेसीसीजे प्रत्याशी नरेंद्र सोनी
रायपुर| खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी BJP के कोमल सिंह जंघेल को 20 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है। जबकि जेसीसीजे प्रत्याशी नरेंद्र सोनी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके हैं। उनसे ज्यादा वोट निर्दलीय उम्मीदवार चरण साहू को मिले हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। यह सिलसिला जो शुरू हुआ, वह आखिरी राउंड तक कायम ही रहा। हालांकि बीच में भाजपा प्रत्याशी ने इस अंतर को जरूर कम करने का प्रयास किया, लेकिन वोटों का मार्जिन इतना ज्यादा हो गया कि जीत उनके हाथों से 10वें राउंड के बाद ही खिसक गई। इस बात का अहसास भाजपा समर्थकों को भी हो गया था। कांग्रेस की बढ़त देखते हुए पहले ही मतगणना स्थल से लौटना शुरू कर दिया था।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खैरागढ़ विधानसभा के उप निर्वाचन में कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से मिली जीत पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसके लिए खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, खैरागढ़ के लोगों ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों के प्रति एक बार फिर से अपना विश्वास जताया है। दूसरी ओर कांग्रेस खेमे में ढोल और नाच के साथ जश्न का माहौल अंगड़ाई ले रहा था। इसका नजारा खैरागढ़ से लेकर रायपुर तक दिखाई देना शुरू हो गया है। 15वें राउंड की मतगणना पूरी होने तक राजनांदगांव प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत भी पहुंच गए। उन्होंने सबसे पहले राम दरबार मंदिर में हनुमान जी की पूजा-अर्चना और आरती की। वहीं दूसरी ओर कार्यकर्ता ‘भूपेश है तो भरोसा है’ के नारों के साथ मुख्यमंत्री का मुखौटा लगाए सड़क पर निकल पड़े।
भाजपा ने किया हार स्वीकार, जिला बनाने की घोषणा का असर :- राजनांदगांव के बीज निगम परिसर में हो रही मतगणना के दौरान पूरे समय भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल अंदर ही बैठे रहे। 18 राउंड पूरा होने के बाद कोमल बाहर निकले तो अपनी हार स्वीकार करने के साथ कहा कि जनता का जो निर्णय है, वह स्वीकार है। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब, साड़ी और रुपयों के बल पर चुनाव लड़ा, लेकिन हमारे कार्यकर्ता पूरी दम से डटे रहे। कांग्रेस ने जिला बनाने के साथ जो घोषणाएं की, उसका असर हुआ है। अब हम लोग उसके पूरा होने का इंतजार करेंगे।